देहरादून: तमिलनाडु के करूर में तमिलागा वेट्री कझगम (TVK) के नेता और अभिनेता विजय की रैली में मची भगदड़ में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए। इस हादसे के बाद विजय को लेकर विवाद खड़ा हो गया है क्योंकि वे बिना कोई बयान दिए सीधे एयरपोर्ट चले गए और वहां से चेन्नई के लिए रवाना हो गए।
विजय की इस हरकत की आलोचना हो रही है कि उन्होंने घायलों और मृतकों के परिवारों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं दिखाई और न ही कोई औपचारिक बयान जारी किया। दूसरी ओर, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस घटना की निंदा की और मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने एक जांच आयोग के गठन का भी ऐलान किया, जिसकी अध्यक्षता सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस अरुणा जगदीसन करेंगी ।
विजय ने बाद में एक बयान जारी कर कहा कि वे इस घटना से “तोड़ दिए गए” हैं और उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घायलों के इलाज के लिए 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की।
इस बीच, तमिलनाडु पुलिस ने विजय की रैली के दौरान सुरक्षा चूक की जांच शुरू कर दी है और इस मामले में TVK के करूर जिला सचिव मुथियाजहागन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
भगदड़ के कारणों की जांच के लिए गठित आयोग इस बात की जांच करेगा कि कहीं विजय की देर से पहुंचने और भीड़ को नियंत्रित करने में चूक के कारण तो यह हादसा नहीं हुआ। तमिलनाडु के डीजीपी ने कहा कि विजय के पहुंचने में देरी के कारण भीड़ अनियंत्रित हो गई, जिससे भगदड़ मच गई|
